मेडिकल कॉलेज के डीन की लापरवाही की सजा महिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर को मिली, एमडी ने बर्खास्त किया

गुरुवार को एनएचएम की एमडी सलोनी सदाना निरीक्षण करने गांधी स्मृति चिकित्सालय पहुंची। निरीक्षण के दौरान महिलाओं के लिए बनाए गए मिल्क विंग की जानकारी न देने पर प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर पर भड़क गईं। महिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर अनुपमा शर्मा को बर्खास्त करने के निर्देश तक दे दिए। एनएचएम एमडी ने जानकारी नहीं देने पर उन्हें जमकर फटकार लगाई। एमडी ने इसके अलावा ठेकेदार को भी निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने पर भटकार लगाई।

मेडिकल कॉलेज के डीन की लापरवाही की सजा महिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर को मिली, एमडी ने बर्खास्त किया

महिला मिल्क विंग का निर्माण करने वाले ठेकेदार को भी लगाई कड़ी फटकार

एमडी ने जीएमएच के नई मैटरनिटी विंग, एसएनसीयू, पीकू आदि का किया निरीक्षण

रीवा। आपको बता दें कि गुरुवार को एनआरएचएम की एमडी सलोनी सदाना रीवा पहुंची। उन्होंने पहले जिला अस्पताल में चल रहे कार्यों और विभागों का निरीक्षण किया। एनएचएम की योजनाओ की समीक्षा की। इसके बाद वह संजय गांधी अस्पताल पहुंची। उन्होंने एसजीएमएच और जीएमएच में चल रहे निर्माण कार्यों और एनएचएम की योजनाओ की जानकारी ली। एनएचएम की एमडी का यह निरीक्षण दो कर्मचारियों पर भारी पड़ा। सूत्रों की मानें तो जिला अस्पताल में एक नर्स और जीएमएच में एनएचएम कोऑर्डिनेटर को बर्खास्त करने के आदेश दे दिए। हालांकि एसजीएमएच में पदस्थ कोऑडिनेटर केा मेडिकल कॉलेज के डीन की लापरवाही की सजा मिली। जीएमएच में महिला मिल्क विंग के निर्माण पर हुए खर्च से जुड़ी जानकारी मांगी गई। एमडी ने महिला कोऑर्डिनेटर सेे ऐसी जानकारियां पूछ ली जिसका उनसे कोई लेना देना ही नहीं था। डीन के पास ही सारे फंड आते हैं और उन फंड का डीन ही उपयोग करते हैं। कहां कितना बजट खर्च किया जा रहा है, इसकी जानकारी महिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर को हुई ही नहीं। यही जानकारी एनएचएम की एमडी ने महिला कोआर्डिनेटर से पूछ ली। जानकारी देने से महिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर ने हाथ खड़े कर दिए। इस पर वह भड़क गईं और बर्खास्त करने के आदेश दे दिए। एमडी के इस रुख को लेकर मौके पर मौजूद अधिकारी भी सन्न रह गए। महिला मिल्क विंग का निरीक्षण के बाद उन्होंने डॉक्टरो से मुलाकात की और फिर चली गईं। शुक्रवार को सभी चिकित्सकों के साथ एनएचएम की योजनाओं को लेकर विंध्या रिट्रीट में समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई है। इस बैठक में सरकार की सभी स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। निरीक्षण के दौरान डीन डॉ सुनील अग्रवाल, अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, शिशु रोग विभाग के एचओडी डॉ नरेश बजाज, टीकाकरण अधिकारी डॉ बीके अग्निहोत्री, गायनेकोलॉजिस्ट डॉ पद्मा शुक्ला, डॉ कल्पना यादव, डॉ अनुराधा मिश्रा सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे। 

इन सभी विभागों का एमडी ने किया निरीक्षण

एमडी एनएचएम सलोनी सदाना ने जीएमएच में पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले गायनी विभाग का निरीक्षण किया। न्यू मैटरनिटी विंग पहुंची। वहां गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं और व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। आपरेशन थिएटर का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वह द्वितीय तल पर एसएनसीयू और पीआईसीयू का अवलोकन किया। एमडी ने शिशु जन्मदर, मृत्यु दर की भी चिकित्सकों और प्रोग्राम कोर्डिनेटर से जानकारी ली। इसके अलावा बच्चों के लिए चलाए जा रहे हेल्थ प्रोग्राम की भी चलते चलते समीक्षा की। यहां से निकल कर एमडी सीधे प्रसव के बाद बच्चों को फीडिंग कराने के लिए बनाए जा रहे मिल्क बूथ का अवलोकन किया। निरीक्षण में मिल्क बूथ में कई खामियां सामने आईं। इस पर निर्माण करने वाले ठेकेदार पर भी कड़ी नाराजगी जताई। ठेकदेार को जमकर फटकार  लगाई। इसी बूथ के निर्माण में बजट की जानकारी मांगने पर प्रोग्राम कोआर्डिनेटर भी नप गईं। उन्हें जानकारी नहीं देने पर बर्खास्त करने के आदेश दे दिए गए।