फिर आई आफत की बारिश, बाढ़ का खतरा, घरों में घुसा पानी, सुबह होते ही मचा हल्ला, जानिए और कहां टूटने वाली है ऑफत
रात से शुरू हुई बारिश थम ही नहीं रही है। रीवा पर फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बारिश से जलस्तर बढऩे लगा है। मोहल्लों में भी जलभराव की स्थिति बन रही है। शहर की सड़कें बारिश के कारण जलमग्न हो गई हैं। एक सप्ताह पहले रीवा में इसी तरह की जोरदार बारिश हुई थी। अब फिर से उसी रंग में आया है। रात भर हुई बारिश के बाद सुबह से हल्ला शुरू हो गया है। लोगों के घरों में पानी भरने लगा है। प्रशासन से मदद मांगी जा रही है।

कई मोहल्लों में घुसा बारिश का पानी, लोगों की आंख खुली तो चारों तरफ पानी ही पानी दिखा
बांधों का जलस्तर बढ़ रहा, बाण सागर के 8 गेट खुले हैं, बकिया के 9 गेट खोले गए
रीवा। बुधवार की रात से शुरू हुई बारिश फिलहाल बंद नहीं हुई है। गुरुवार की सुबह हो गई लेकिन बारिश का दौर जारी है। आसमान पर घने और काले बादलों ने डेरा जमा लिया है। बारिश बंद नहीं हो रही हैं। लगातार मुसलाधार बारिश हो रही है। इसके कारण लोगों की टेंशन भी बढऩे लगी है। मौसम विभाग ने भी भारी बारिश की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी। ऐसे में इस अलर्ट के हिसाब से मौसम ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर फिर बढऩे लगा है। बीहर और बिछिया खतरे से निशान से ऊपर चल रही हैं। शनिवार को जो तबाही रीवा में बाढ़ के कारण मची थी, फिर वैसे ही हालात बनने लगे हैं। अगर बारिश ने और रफ्तार पकड़ी तो लोगों के घर डूबने और घरों में पानी भरना तय है।
अब तक 300 मिमी के करीब हुई बारिश
रीवा में जोरदार बारिश के कारण आंकड़ा बढ़ रहा है। 16 जुलाई 2021 की स्थिति में रीवा में 292.9 मिमी बारिश हो चुकी है। इतना ही नहीं हुजूर और गुढ़ में सर्वाधिक बारिश भी रिकार्ड की गई है। गुढ़ में 555 मिमी और हुजूर में 446 मिमी बारिश अब तक हो चुकी है। जबकि रीवा की औसम बारिश 1044.6 मिमी है। वैसे यदि देखा जाए तो गुढ़ और हुजूर बारिश के मामले में औसत के आधे तक पहुंच गए हैं। अन्य तहसीलों की हालत खराब है। जवा बारिश के मामले में सबसे पीछे है। यहां अब तक सिर्फ 185 मिमी बारिश ही हो पाई है।
इन जिलों पर मंडराया खतरा, भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने उमरिया, बांधवगढ़, शहडोल, सीधी में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं गरज चमक के साथ भारी बारिश वाले जिलों में भोपाल बैरागढ़, वेस्ट रायसेन, सांची, शाजापुर, आगर, मंडला, डिंडौरी, राजगढ़, उज्जैन, नार्थ देवास, नार्थ सिहोर, खंडवा, नार्थ सीधी, सिंगरौली, छतपरपुर, खजुराहों, पन्ना, सतना, चित्रकूट, रीवा, मऊगंज, मंदसौर, कटनी, नीमच, ईस्ट ग्वालियर, भिंड, दतिया, रतनगढ़, जबलपुर, बालाघाट, दमोह, टीकमगढ़, खरगोन जिला शामिल हैं। वहीं हल्की बारिश और गरज चमक वाले जिलों में मुरैना, वेस्ट ग्वालियर, शिवपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, रतलाम, अमरकंटक, बड़वानी, बुरहानपुर, विदिशा, साउथ देवास, साउथ सिहोर शामिल हैं।
बांधों के गेट खुले
जोरदार बारिश के कारण बांधों के गेट खोल दिए गए हैं। बाण सागर बांध के 8 गेट पहले की ही तरह खुले हैं। यहां पानी की आवक लगातार बनी हुई है। वहीं बकिया बराज के अभी भी 9 गेट खुले हुए हैं। इनसे पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। बीहर बराज फिलहाल बंद है। पानी की आवक को देखते हुए इसकेभी जल्द ही खुलने की उम्मीद है। इसके अलावा मेजा के भी 3 गेट खुले हुए हैं।
सब जगह मची चीखपुकार, पार्षदों ने मांगी जेसीबी
रीवा में सुबह आंख खुली तो लोगों के होश उड़ गए। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी था। मोहल्ले जलमग्न हो गए। लोगों के घरों में पानी घुस गया। वार्ड नंबर 8 में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई। यहां नाली निर्माण में सड़क ठेकेदार की अनियमितता के कारण हर दिन लोगों के घरों में पानी भर रहा है। पार्षद ने जेसीबी मांगी है। इसी तरह वार्ड 9 में कैलाशपुरी की हालत देखने लायक है। यहां सड़क पर पानी की धार बह रही हैं। सड़क नाला में तब्दील हो गया है। लोगों के घरों में पानी घुसने की संभावना बनी हुई है। इसी तरह वार्ड 15 से भी जेसीबी की डिमांड खड़ी हो गई है। मोहल्लों में पानी भर रहा है।