किसानों पर संकट: जले ट्रांसफार्मरों का जिला बना रीवा, सबसे टॉप पर हम, बदले ही नहीं जा रहे

बिजली विभाग की जबलपुर में बैठे अफसरों ने दुर्गति कर दी है। रीवा की हालत ऐसी हो गई है कि यहां लोगों की समस्याएं देखने वाला कोई अधिकारी ही नहीं है। पूर्व विद्युत वितरण कंपनी के 21 जिलों में रीवा ऐसा जिला है, जहां सर्वाधिक खराब ट्रांसफार्मर है। इन ट्रांसफार्मर को बदला ही नहीं जा रहा। किसान संकट में है। लोग बिजली की समस्या से परेशान हैं। सर्वाधिक 183 ट्रांसफार्मर आनरिकार्ड जले हुए हैं। जो सिस्टम में दर्ज नहीं हुए उनकी संख्या कहीं ज्यादा है।

किसानों पर संकट: जले ट्रांसफार्मरों का जिला बना रीवा, सबसे टॉप पर हम, बदले ही नहीं जा रहे
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सारे दागी अधिकारी रीवा में ही पदस्थ कर दिए, इसलिए कमाई के अलावा इन्हें कुछ सूझता ही नहीं

सीई की पदस्थापना में भी की गई जल्दबाजी

रीवा। यह डिप्टी सीएम का जिला है। मप्र के रीवा का नाम विकासशील शहरों में जाना जाता है। चंद ही सालों में रीवा ने प्रदेश में अपनी भी अलग पहचान बना ली है लेकिन इस जिला में बिजली की समस्या से राहत नहीं मिल रही है। रीवा लाइन लॉस के मामले में बदनाम ही था। अब खराब ट्रांसफार्मरों के मामले में भी सबसे ऊपर चल रहा है। रीवा जिला के सभी डिवीजन में खराब ट्रांसफार्मरों की बाढ़ सी आ गई है। यह समस्या अभी की नहीं है। हमेशा ही बनी रहती है। पर्याप्त ट्रांसफार्मर डिवीजन को नहीं मिल पाते। इसके कारण खराब डीटीआर बदले नहीं जाते। स्थानीय लोग खराब ट्रांसफार्मर को लेकर कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। यह वह खराब ट्रांसफार्मरों की लिस्ट हैं जिनकी डिमांड जेई ने आनलाइन दर्ज कराई है। कई ऐसे भी ट्रांसफार्मर हैं जो अभी आनलाइन दर्ज ही नहीं हुए हैं। उनकी संख्या कहीं ज्यादा है। यह समस्या पूर्व सीई आई के त्रिपाठी के समय भी थी। यह समस्या नई सीई प्रतिमा पाण्डेय के आने के बाद भी बनी हुई है। खराब ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे हैं। इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। 

रीवा संभाग में खराब ट्रांसफार्मरों की स्थिति

डिवीजन खराब ट्रांसफार्मर

रीवा 183

सतना 97

सीधी 116

सिंगरौली 49

योग 445

वेस्ट डिवीजन और मऊगंज में सर्वाधिक खराब ट्रांसफार्मर

रीवा जिला मे ं सबसे खराब स्थिति पश्चिम संभाग की है। यहां शहर के आसपास के क्षेत्र भी अंधेरे में हैं। मोहल्लों और गांवों के ट्रांसफार्मर जले हुए हैं। वेस्ट डिवीजन में कुल 138 ट्रांसफार्मर जले हुए हैं। इन्हें फिलहाल बदला नहीं गया है। वहीं मऊगंज डिवीजन में करीब 58 ट्रांसफाम्रर खराब हैं। इन्हें विभाग बदल नही ंपा रहा है। लोग परेशान हैं। सतना स्टोर गाडिय़ां जाती हैं लेकिन सीई आफिस से डिमांड जनरेट नहीं करने के कारण ट्रांसफार्मर ही इश्यू नहीं हो पाता। 

सिर्फ शहर को छोड़कर गांव की हालत बदतर

रीवा शहर को छोड़ दें तो गांव की हालत बदतर है। गांव में ट्रांसफार्मर जलने के बाद महीनों सुनवाई नहीं होती। ट्रांसफार्मर पर बिल बकाया होने के बाद भी बदलने में कई दिन लग जाते हैं। वहीं शहर में तुरंत बदल जाते हैं। बारिश में खराब ट्रांसफार्मर के कारण गांव के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रीवा शहर के आसपास के ऐसे क्षेत्र जो पश्चिम संभाग में आते हैं। वहां तक ट्रांसफार्मर खराब पड़े हैं। इन ट्रांसफार्मर को बदला नहीं जा रहा है।

विधायक ने भी मुख्य अभियंता को लिखा था पत्र

कुछ दिन पहले ही त्योंथर के पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी का एक पत्र भी वायरल हुआ था। उन्होंने एक पत्र मुख्य अभियंता रीवा को लिखा था। उस पत्र में उन्होंने क्षेत्र की जनता के लिए ट्रांसफार्मर की डिमांड की थी। खराब ट्रांसफार्मर को बदलने की बात सीई से कही थी। यह संख्या भी दर्जनों में भी थी। इसके अलावा भी खराब ट्रांसफार्मर को बदलने के लिए जनप्रतिनिधियों के पत्र अधिकारियों के पास लगातार पहुंचते ही रहते हैं।