शिक्षकों पर लगाम लगाने की तैयारी, अब नहीं चलेगी स्कूल आने और जाने की मनमानी, सरकार ला रही नया एप
स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों की मनमानी नहीं चलेगी। अब समय से आना और समय से जाना होगा। इसकी जानकारी आनलाइन दर्ज करनी होगी। आनलाइन उपस्थिति ही शिक्षकों का वेतन तय करेगी। जुलाई से आनलाइन अटेंडेंस अनिवार्य कर दी जाएगी ।

नया एप लांच करेगी स्कूल शिक्षा विभाग
जुलाई से शिक्षकों को आनलाइन उपस्थिति दर्ज करना होगा अनिवार्य
स्कूल पहुंचने और फिर निकलने पर दर्ज करनी होगी अटेंडेंस, इसी से बनेगा वेतन
रीवा। ज्ञात हो कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों पर शिक्षा विभाग हर बार सख्ती बरतने की कोशिश करती है लेकिन सफल नहीं होती। पहले भी आनलाइन अटेंडेंस व्यवस्था लागू करने की कोशिश की गई थी लेकिन शिक्षक संगठनों ने विरोध कर दिया था। कई जगह नेटवर्क इश्यू भी सामने आया था। इसके कारण स्कूल शिक्षा विभाग इसे लागू तो की लेकिन अमल में नहीं ला पाई। इसके कारण ही स्कूलों में शिक्षकों के आने जाने पर सख्ती नहीं बरती जा सकी। अभी भी शिक्षकों की स्कूलों में लेटलतीफी आना और जाना जारी है। इस अव्यवस्था पर अब स्कूल शिक्षा विभाग सख्ती बरतने वाली है। जुलाई से स्कूल शिक्षा विभाग अटेंडेंशन को आनलाइन करने जा रही है। शिक्षकों को स्कूल आने पर आनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी होगी। वहीं स्कूल का समय खत्म होने पर जाते समय भी आनलाइन ही जाने का समय भी दर्ज करना होगा। दोनों समय की उपस्थिति के आधार पर ही शिक्षकों का वेतन भी निर्धारित किया जाएगा। उपस्थिति दर्ज नहीं हुई तो वेतन भी कटना तय है।
एप किया जा रहा है लांच
स्कूल शिक्षा विभाग इसके लिए नया एप लांच करने वाला है। वीसी के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री ने जुलाई महीने से इस व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए हैं। आनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं होने पर इसका असर वेतन भुगतान पर पड़ेगा। ऐसे में शिक्षकों केा सुबह 10.30 बजे से शाम 5 बजे तक स्कूल में अनिवार्य रूप से रहना होगा। कक्षाओं में छात्रों को पढ़ाना भी होगा।
30 फीसदी कम रिजल्ट वाली स्कूलों में लागू होगा
फिलहाल इस एप को प्रयोग के तौर पर उन स्कूलों में लागू किया जाएगा। जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम 30 फीसदी से कम आया है। इन स्कूलों में प्रयोग के तौर पर लागू किया जाएगा। इसके बाद जुलाई से सभी स्कूलों में अनिवार्य कर दिया जाएगा। इस नए एप में नेटवर्क की भी दिक्कत नहीं आएगी। जीपीएस से लोकेशन भी शिक्षक की ट्रैस होगी
चेहरा भी डिटेक्ट करेगा एप
एप में सिर्फ शिक्षक की उपस्थिति ही नहीं दर्ज होगी। यह लोकेशन भी बताएगा। चेहरा भी पहचानेगा। इसके अलावा कहां पर खड़े होकर कितने बजे अटेंडेंस शिक्षक लगा रहे हैं। इसकी भी जानकारी एप में दर्ज हो जाएगी। एप को शिक्षक बेवकूफ नहीं बना पाएंगे।