उल्टी-दस्त का कहर: 24 घंटे में 4 की हुई मौत, 3 अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे
रीवा में उल्टी-दस्त ने एक ही परिवार के चार लोगों की जान ले ली। 24 घंटे में 4 की मौत हो गई तीन की हालत खराब है। अस्पताल में इलाज चल रहा है। अंत्येष्टि के लिए भी रुपए नहीं थे। डिप्टी सीएम के प्रतिनिधि ने पहुंचकर अंत्येष्टि के लिए लकड़ियां उपलब्ध कराईं। तब जाकर घर से मृत महिला का शव उठ पाया।

शादी में जुटा था परिवार और रिश्तेदार, इसके बाद ही बिगड़े हालात
स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची , पानी का सेम्पल लेकर लौटी
Rewa. रीवा शहर केवट क्रमांक 9 में सरस्वती स्कूल के पीछे उल्टी दस्त ने मौत का तांडव मचा दिया है। 24 घंटे में चार लोगों की जान चली गई । मरने वालों में महिलाओं की संख्या अधिक है। इसमें एक साल का बच्चा भी शामिल है । मौत के इस तांडव ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया है। हालात यह हो गये हैं कि परिजन एक शव का अंतिम संस्कार करके आते हैं तो दूसरे की मौत हो जाती है।घर पर एक शव पड़ा हुआ है। अंत्येष्टि के लिए भी अब परिजनों के पास रुपए नहीं बच्चे। प्रशासनिक मदद भी नहीं मिल पाई । स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी ।जांच कर वापस लौट गई है आधा दर्जन की हालत खराब है कई अस्पताल में भर्ती हैं और इलाज जारी है।
आपको बता दें कि करने वाले और पीड़ित सभी कोल समाज के हैं। निराला नगर निवासी कमला प्रसाद कोल ने बताया कि 7 जून को उनके नाती की शादी थी। शादी में परिवार के लोग जुटे हुए थे। इसके बाद ही सभी की तबीयत बिगड़ने लगी। 9 जून को राजकुमारी पिता कमला प्रसाद कोल उम्र 35 साल को उल्टी दस्त की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया । इसके बाद घर में बीमार लोगों की लाइन लग गई । 24 घंटे में ही देवरती कोल पति सूरज दीन कोल 80 साल, ज्योति पिता सुरेश स्कूल उम्र 18 साल निवासी सलैया, छोटानी कोल उम्र 60 साल निराला नगर, आतिश कोल एक साल निवासी भलुआ ने दम तोड़ दिया। वहीं अस्पताल में आरुषि कोल निवासी भलुआ, मुलिया कोल पति कमला प्रसाद 60 साल और राजकुमारी कोल संजय गांधी अस्पताल में भर्ती हैं। हालत खराब है। इलाज जारी है। कमला प्रसाद कोल के नाती की बहू घर पर है लेकिन उल्टी दस्त बंद नहीं हुई। कमला प्रसाद कोल का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति डामाडोल हो चुकी है। उनके पास अंतिम संस्कार के लिए भी रुपए नहीं बच्चे किसी तरह की प्रशासनिक मदद भी नहीं मिल पाई है। इस मौत के सिलसिले के कारण पूरा परिवार ही डरा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग यहां जरूर आया लेकिन जानकारी लेकर वापस लौट गया।