बोर्ड परीक्षा: कापियों के मूल्यांकन में बार कोडिंग ने दिया गच्चा और वापस लौट आईं थी चेक होने कापियां

बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा हो गया। 39 दिन मूल्यांकन चला। अब मई महीने के पहले सप्ताह बोर्ड का रिजल्ट घोषित होने की संभावना है। हद तो यह है कि इस मर्तबा बार कोडिंग ने शिक्षकों और छात्रों को गच्चा दे दिया। रीवा की कापियां रीवा में ही चेक होने पहुंची लेकिन किसी को पता ही नहीं चला। चेकिंग के बाद आनलाइन नंबर भी दर्ज कर दिए गए हैं।

बोर्ड परीक्षा: कापियों के मूल्यांकन में बार कोडिंग ने दिया गच्चा और वापस लौट आईं थी चेक होने कापियां
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39 दिनों में 2.39 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का हुआ मूल्यांकन
मई महीने के पहले सप्ताह में आ जाएगा परीक्षा परिणाम
रीवा। ज्ञात हो कि माध्यमिक शिक्षा मंडल के मूल्यांकन और अंकों की फीडिंग भी हाईटेक हो गई है। छात्रों के नंबर और नाम को गुप्त रखने के लिए माशिमं ने बार कोडिंग सिस्टम को ही अनिवार्य कर दिया था। इससे किसी को पता ही नहीं चला कि कहां की और किसकी कांपियां जांची जा रही हैं। रीवा सहित सभी जिलों में ऐसा हुआ लेकिन किसी को पता नहीं चला। बोर्ड परीक्षा के हाईटेक व्यवस्था सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं थी। मूल्यांकन के बाद नंबर भी उसी दिन आनलाइन फीड किए गए। यही वजह है कि मूल्यांकन के अंतिम दिन ही सारे नंबर आनलाइन भोपाल भेज दिए गए। छात्रों के रोलनंबर के साथ ही विषयवार नंबर भी दर्ज हो गए हैं। इसी बार कोडिंग से अब जल्द ही रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि मई महीने के पहले सप्ताह में माशिमं बोर्ड का रिजल्ट घोषित कर देगा।
39 दिन चला बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन
रीवा में 15 मार्च से समन्वयक संस्था मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 1 में मूल्यांकन शुरू हुआ। बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन में रीवा जिला से करीब 550 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई। मूल्यांकन के दौरान भी सख्ती बरती गई। मोबाइल आदि पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया था। एक मूल्यांकनकर्ता को न्यूनतम 30 और अधिकतम 45 उत्तर पुस्तिकाएं की जांचने के लिए दी गईं। मूल्यांकन का काम 39 दिनों तक चला। मंगलवार को मूल्यांकन के लिए आईं 2 लाख 80 हजार कापियों की जांच पूरी हो गई। नंबर भी आनलाइन फीड कर दिया गया है।
रीवा में 9 जिलों के उत्तरपुस्तिकाओं की हुई बार कोडिंग
इस मर्तबा उत्तरपुस्तिकाओं में बार कोडिंग की गई। रीवा जिला में बार कोडिंग के लिए 9 जिलों की उत्तरपुस्तिकाएं भेजी गईं थी। उत्तरपुस्तिकाओं के प्रथम पेज का रोलनंबर और बारकोडिंग वाला एक हिस्सा हटा लिया गया था। शेष में बार कोडिंग रह गई थी। यही बार कोडि छात्र की पहचान थी। बार कोडिंग की प्रक्रिया पूरी करने के बाद 180 उत्तरपुस्तिकाओं का बंच बनाया गया। उसकी पैकिंग के बाद कापियों को मिक्स कर वापस 9 जिलों में ही मूल्यंाकन के लिए भेज दिया गया। इसी तरह रीवा की उत्तर पुस्तिकाएं बार कोडिंग के लिए सागर भेजी गईं थी। बार कोडिंग के बाद वापस मूल्यांकन के लिए रीवा आईं लेकिन सब कुछ गुप्त रहा।
एक नजर में मूल्यांकन की पूरी प्रक्रिया
मूल्यांकन प्रारंभ-        15 मार्च
बार कोडिंग हुई-     09 जिले
मूल्यांकन में समय-    39 दिन
मूल्यांकन में शिक्षक-     550
उत्तरपुस्तिकाएं आईं-    2.80 लाख