शिक्षा विभाग में एक और फर्जीवाड़ा: 30 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर सीधे कर दी पदस्थापना, पद तक नहीं थे, लाखों का हुआ खेल

स्कूल शिक्षा विभाग में अभी फर्जी अनुकंपा नियुक्ति का मामला थमा भी नहीं था कि एक नया मामला फिर सामने आ गया है। यह मामला जेडी से प्रतिनियुक्ति समाप्त कर शिक्षकों की स्कूलों में पदस्थापना का है। तत्कालीन जेडी ने शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति समाप्त होने पर सीधे लेन देन कर स्कूलों में बिना पद के ही पदस्थापना कर दी। अब जब नए जेडी आए तो उनके पास भी सीधे पदस्थापना का दबाव बना। तब यह सारा खेल ओपन हो गया। नियम विरुद्ध की गई पदस्थापना की लिस्ट आयुक्त लोक शिक्षण भोपाल को भेज दी गई है।

शिक्षा विभाग में एक और फर्जीवाड़ा: 30 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर सीधे कर दी पदस्थापना, पद तक नहीं थे, लाखों का हुआ खेल
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वर्ष 2022 से स्थानांतरण नीति में किए गए बदलाव के बाद स्थानीय स्तर से पदस्थापना पर लगाई गई थी रोक

इसके बाद भी जेडी ने प्रतिनियुक्ति समाप्त कर धड़ाधड़ सीधे ही पदांकन आदेश जारी कर दिया, पदों तक की जानकारी नहीं ली गई

रीवा। स्कूल शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा और नियम विरुद्ध कार्यों की कोई सीमा ही नहंी है। अभी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से फर्जी दस्तावेज के आधार पर अनुकंपा नियुक्ति के आदेश जारी हुए। 6 फर्जी अनुकंपा नियुक्तिधारी एक साल की जांच में मिले। 7 के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। अभी कमिश्नर की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। यह सब चल ही रहा था कि एक नया मामला संयुक्त संचालक लोक शिक्षण कार्यालय रीवा का भी सामने आया गया है। यहां भी एक फर्जीवाड़ा पदांकन आदेश जारी करने में किया गया है। तत्कालीन जेडी संतोष कुमार त्रिपाठी के कार्यकाल में यह सारे नियम विरुद्ध आदेश हुए। दरअसल जो शिक्षक प्रतिनियुक्ति में थे। उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के बाद पदांकन जेडी ने सीधे तौर पर खुद ही रीवा से कर दिया।  जबकि 2022 की स्थानांतरण नीति में रोक लगा दी गई थी। करीब ऐसे 30 आदेश किए गए। अब जब नीरव दीक्षित जेडी बन कर रीवा में पदस्थ हुए तो उनके सामने भी प्रकरण आए। एक प्रकरण में खूब दबाव भी आया। पुराने आदेशों का भी हवाला दिया गया। इसके बाद जब फाइलें खंगाली गई तो ऐसे आदेशों की लाइनें लग गई। करीब 30 प्रकरण वर्ष 2022 से 2024 के बीच हुए। इन सभी की लिस्ट बनाकर नीरव दीक्षित ने आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय के पास भेज दिया। इसके अलावा तीन नए प्रकरण भी भेज दिए। भोपाल पत्र भेजे जाने के बाद अब हड़कंप मचा हुआ है। 

2022 में बदल गया पदांकन का नियम

पहले सहायक शिक्षक की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर पदांकन का अधिकार डीईओ के पास और जेडी के पास वर्ग दो की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर पदांकन का अधिकार था। वर्ष 2022 में शासन ने नई स्थानांतरण नीति जारी की। नई स्थानांतरण नीति में शासन ने इसमें बदलाव कर दिया। प्रतिनियुक्ति समाप्ति को स्थानांतरण की भांति माना। इसके बाद जितनी भी प्रतिनियुक्ति समाप्त होते हैं। उनका प्रस्ताव शासन के पास भेजने का नियम बना दिया गया। इसके बाद भी रीवा  जेडी कार्यालय में पुरानी प्रक्रिया से ही पदांकन आदेश होते रहे। हालांकि जेडी केपी तिवारी ने दो प्रकरण और नीरव दीक्षित ने एक प्रकरण शासन की गाइड लाइन के अनुसार आयुक्त लोक शिक्षण के पास पदांकन के लिए भेजा है। तीन प्रकरण जो शासन को भेजा गया है। उसमें सुनील कुमार पाठक माध्यमिक शिक्षक पदांकन संस्था शाउमावि पैपखरा, राजेन्द्र प्रसाद द्विवेदी, मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 3, प्रज्ञा पटेल हाई स्कूल समान शामिल है। 

बिना पद के ही कर दी गई पदस्थापना 

हद तो यह है कि प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के बाद स्कूलों में पदों का भी ध्यान नहीं रखा गया। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से पदों की जानकारी तक नहीं ली गई। सीधे पदांकन आदेश जारी कर दिया गया। इसके कारण अधिकांश शिक्षक अतिशेष हो गए। कई स्कूलों में विज्ञान के पद नहीं थे। फिर भी पदांकन आदेश जारी कर दिया गया। 

इन शिक्षकों की हुई गलत पदस्थापना

प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के बाद गलत तरीके से जेडी कार्यालय से 30 शिक्षकों की पदस्थापना की गई। इसमें श्रीमती गुंजन पाण्डेय माध्यमिक शिक्षक का मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 3, आरसी मिश्रा प्रधानाध्यापक की शाउमावि बालक रायपुर कर्चुलियान, महेन्द्र मौर्या प्रधानाध्यापक की हाई स्कूल शासन सिंगरौली, दिली कुमार मिश्रा मा. शिक्षक की माध्यमिक शाला हनुमानगंज रीवा, विष्णु प्रताप सत्यम मा. शिक्षक की शापूमावि कुशहा 95 रीवा, वेदांत कुमार तिवारी मा. शिक्षक की शापूमावि पन्नी रीवा, अमर सिंह मा. शिक्षक की शापूमावि बसरेही रीवा, आदित्य कुशवाहा मा. शिक्षक की शामावि चंदई रीवा, वीरेन्द्र सोनी की शापूमावि पहरखा, बालमुकुंद पाण्डेय की शापूमावि लोही रीवा, शिवानंद द्विवेदी मा. शिक्षक की शापूमावि बधई की पाटी रीवा, सिंकदार सिंह मा. शिक्षक की शापूमावि देवरा रीवा, उमाशंकर मिश्रा की शाउमावि मझिगवां, लक्ष्मीकांत पाण्डेय की शाउमावि पहाड़ी, बंसलाल सिंह की शापूमा सरदमन रीवा, संतोष द्विवेदी की शाउमावि पहाड़ी, राजनारायण पाण्डेय शापूमावि जामू, विजय कुमार सिंह शापूमा मरैला, सुनील कुमार श्रीवास्तव, शापूमावि मरैला, मो इमरीस मा. शिक्षक शापूमावि नेबूहा, संदीप कुमार अग्निहोत्री मा. शिक्षक शापूमावि सहजना नंबर 1, नत्थू प्रसाद उर्मलिया मा. शिक्षक शापूमावि नरौरा, महेन्द्र कुमार पटेल शामावि भाठी रीवा, सुदामा प्रसाद कोल उच्च श्रेणी शिक्षक की शाउमावि रौरा, कुमारी दिव्या सिंह शाउमावि रौरा, मनोज कुमार पटैल मा. शिक्षक शाउमावि गुढ़ रीवा, उमाकांत तिवारी शापूमावि शुकुलगवां, राजेन्द्र कुमार मिश्रा धोपखरा, रविधर द्विवेदी माध्यमिक शिक्षक की शामावि बांसी बरगाहिन, रीवा, अमित कुमार तिवारी मा. शिक्षक की शासकीय हाई स्कूल चौरा में की गई है।