डीन का गोलमाल: सर्टिफिकेटधारी बेकार,एक्सरे वाले चलाएंगे एमआरआई और सीटी मशीन
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन ने सारी हदें ही पार कर दी है। सीटी स्केन और एमआरआई मशीनों को चलाने के लिए एक्सरे का कोर्स करने वालों को नौकरी पर रख लिया गया है। वहीं जिन्होंने एमआईआर और सीटी को चलाने का सर्टिफिकेट लिया, उन्हें दरकिनार कर दिया गया। कॉलेज से सर्टिफिकेट कोर्स कराया और जब नौकरी देने की बारी आई तो किसी और को दे दी।

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज से सीटी, एमआरआई में सर्टिफिकेट कोर्स भी कराया जाता है
एक दर्जन छात्र हो चुके हैं पास आउट, उन्हें नौकरी की उम्मीद थी लेकिन फर्जीवाड़े ने पानी फेर दिया
रीवा। डिप्टी सीएम के जिला और उन्हीं के विभाग में फर्जीवाड़ा चल रहा है। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन ने एमआरआई और सीटी स्केन में ऐसे लोगों की नियुक्ति कर दी। जिन्हें उसके बारे में जानकारी ही नहीं है। एमआरआई और सीटी स्केन का सर्टिफिकेट भी नहीं है। एक्सरे की पढ़ाई करने वालों को इन दोनों मशीनों के संचालन की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। हद तो यह है कि इनमें से कुछ को छोड़कर शेष मशीन के बारे में अंगूठा छाप हैं। कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं जिन्हें ए, बी, सी, डी तक न हीं आती है। फिर भी इन्हें सिफारिश पर नौकरी में रख लिया गया। वहीं जिन्होंने इन मशीनों के संचालन का कोर्स किया था। उनके आवेदनों पर गौर तक नहीं फरमाया गया। डीन के पास कई अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से कईयों के पास मशीनों के संचालन का एक्सपीरियंस भी है, उन्हें भी दरकिनार कर दिया गया।
खतरे में डाल दिए भविष्य
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज से करीब 1 दर्जन छात्र सीटी, एमआरआई सर्टिफिकेट कोर्स कर चुके हैं। इनका कोर्स पूरा हो चुका है। उन्हें लंबे समय से अस्पताल में वेकंसी के आने का इंतजार था। अस्पताल में दोनों मशीनें भी स्थापित हो गई। नौकरी के लिए छात्रों ने पहले से ही डीन के पास आवेदन दे दिया था, लेकिन उनके हिस्से की नौकरी एक्सरे टेक्नीशियंस को दी गई। सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद भी अब स्टूडेंट ठगे गए हैं।