सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टरों में डीन के प्रति बढ़ रहा गुस्सा, सालभर से इस राशि के लिए हैं परेशान लेकिन बढ़ नहीं रही फाइल
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पदस्थ चिकित्सकों को सिर्फ आयुष्मान योजना की राशि ही नहीं मिलती। यहां प्राइवेट अस्पतालों से इलाज कराने आने वाले या फिर पेड मरीजों से होने वाली आय का भी हिस्सा चिकित्सकों को दिया जाता है। इस पेड प्रोसीजर की राशि से यहां के चिकित्सक पिछले एक साल से वंचित हैं। डीन कार्यालय से इन चिकित्सकों का भुगतान नहीं हो रहा है।

एक साल से नहीं मिला पेड प्रोसीजर की राशि
कर्मचारियों को आयुष्मान प्रोत्साहन की राशि भी नहीं मिली
रीवा। ज्ञात हो कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को प्राइवेट अस्पताल की तर्ज पर तैयार किया गया है। यहां आयुष्मान के मरीजों को नि:शुल्क इलाज तो किया जाता है लेकिन इसके अलावा भर्ती होने वाले मरीजों को शुल्क जमा करना पड़ता है। इन मरीजों का इलाज करने पर भी डॉक्टरों को कमीशन के तौर पर कुछ प्रतिशत राशि देने का नियम है। यह राशि पिछले एक साल से डॉक्टरों को नहीं दी गई है। इसके कारण यहां पदस्थ चिकित्सकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पेड प्रोसीजर की राशि की फाइल पिछले एक साल से डीन कार्यालय में ही पेंडिंग रखी गई है। डॉक्टरों केा भुगतान नहीं किया जा रहा है। यह राशि लाखों में है। इस लेकर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के चिकित्सक अब आवाज बुलंद करने लगे हैं। कार्डियोलॉजी विभाग में पदस्थ एक प्रोफेसर ने डीन कार्यालय में आपत्ति भी दर्ज कराई है। इसके बाद भी अब तक इसका भुगतान नहीं हो पाया है।
आयुष्मान प्रोत्साहन राशि भी नहीं मिल रही
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और संजय गांधी अस्पताल में काम करने वाले चिकित्सक और कर्मचारियों को आयुष्मान योजना के तहत भर्ती होने वाले मरीजों का इलाज करने पर प्रोत्साहन राशि देने का नियम है। प्रोत्साहन राशि के लिए प्रतिशत भी तय है। इसके बाद भी पिछले एक साल से यह राशि नियमित रूप से चिकित्सकों और कर्मचारियों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके कारण भी असंतोष बढ़ता जा रहा है। कई कर्मचारियों को पिछले एक साल से आयुष्मान प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया है।