मासूम के हत्यारे का नहीं लगा सुराग, परिजनों ने फिर सड़क पर लगा दिया जाम

जवा में 9 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर गलाघोंट कर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद अब तक आरोपी पकड़ा नहीं गया। पुलिस एक कदम आगे नहंी बढ़ पाई। आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा। पीडि़त परिजनों ने पहले भी जाम लगाया था। आश्वासन मिला फिर भी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। एसआईटी का भी गठन किया गया। एसआईटी भी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई। सोमवार को फिर गुस्साए परिजन सड़क पर उतर आए। सुबह 10 से शाम 5 बजे तक प्रदर्शन चला। शाम को एसडीएम पहुंचे। आश्वासन दिए तब धरना खत्म हुआ।

मासूम के हत्यारे का नहीं लगा सुराग, परिजनों ने फिर सड़क पर लगा दिया जाम

23 अप्रैल को घर के आगन में मिली थी मासूम की लाश
एसआईटी भी गठित, कर रही मामले की जांच
रीवा। जवा थाना क्षेत्र में 9 साल की मासूम बालिका के रेप के बाद हत्या का मामला बीते माह 23 अप्रैल को सामने आया था।  जिसमें अब तक आरोपी तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। एडिशनल एसपी विवेक लाल के नेतृत्व में 13 सदस्यीय एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही है। लंबे समय बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर सोमवार को परिजनों के सब्र का बंाध टूट गया और नाराज परिजन सहित ग्रामीणों ने जवा चौराहा में धरना प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। सुबह दस बजे से शुरू हुआ धरना प्रदर्शन शाम तक चला। धरना प्रदर्शन के चलते दिनभर जाम की स्थित बनी रही जिससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शाम साढ़े 5 बजे के आसपास धरना प्रदर्शन स्थल पर जवा एसडीएम पहुंचे जिनके आश्वासन के बाद परिजन मानने को तैयार हुए और यातायात बहाल हो सका। इस दौरान जवा थाना का पुलिस बल भी मौजूद रहा।
इस मांग पर अड़े थे परिजन
जवा चौराहे पर पदर्शन कर रहे परिजन इस बात पर अड़े हुए थे कि मौके पर डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल और रीवा कलेक्टर को बुलाया जाए। उनके आने के बाद ही धरना समाप्त होगा। परिजनों का कहना था कि घटना को काफी समय बीत चुका है। लेकिन अब तक आरोपियों का पता नहीं लगाया जा सका है। उन्होंने बेटी को न्याय दिलाने की मांग की। गौरतलब है कि 23 अप्रैल की रात 9 साल की बच्ची भाई के साथ घर के आंगन में सोई थी। मां को बुखार होने की वजह से वह कमरे में सो रही थी। जब मां रात 2 बजे टॉयलेट के लिए उठी तो बच्ची आंगन के ही एक कोने में मृत मिली। परिजनों के मुताबिक बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान थे। जिसके बाद पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर पूरे मामले की जांच शुरू की थी।