बारिश ने ली दो की मासूमों की जान: लापरवाही के गड्ढे में गिरी मासूम और चली गई जान, एक बच्चा नाला में बह गया
रीवा में बारिश ने लोगों को तबाह तो किया ही साथ ही मासूमों की जिंदगी भी निगल गई। विवेकानंद नगर रीवा में एक 2 साल का बच्चा नाले में बह गया तो वहीं 7 साल की मासूम बच्ची पानी से भरे कच्चे नहर में समा गई। पानी में डूबने से उसकी जान चली गई। पुलिस मामले की जाचं में जुटी हुई है।

रीवा। यह दुखद घटना सगरा थाना अंतर्गत बक्छेरा गांव की है। बच्ची की मौत की वजह गांव में सड़क नहीं होना बताया। यदि सड़क बनी होती तो बच्ची नहर की तरफ नहीं जाती। यह घटना 17 जुलाई की है। परिजनों ने बताया कि गांव में सड़क नहीं है। सड़क के लिए सब से गुहार लगा चुके हैं। घर के पास ही कच्ची नहर खुदवा दी गई है। उसी में पानी भरा था। 7 साल की बच्ची गीतांजलि तिवारी पिता अमित तिवारी 17 जुलाई को चाकलेट लेने दुकान गई थी। तभी वह नहर के लिए खोदे गए गड्ढे में गिर गई और पानी में डूबने से मौत हो गई। बच्ची की मौत ने पूरे परिवार को गम में डुबो दिया है। इस हादसे के लिए परिजन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ही दोषी मान रहे हैं। परिजनों का कहना है कि यदि सड़क बन जाती तो उनकी बच्ची की जान नहीं जाती। उन्हें दुकान तक जाने के लिए खतरनाक सड़क का सहारा नहीं लेना पड़ता। अब पूरा परिवार दुख में डूबा हुआ है।
और आंखों के सामने मासूम नाला में बह गया, दूसरे दिन मिली लाश
वहीं दूसरी घटना रीवा शहर के विवेकानंद नगर की सामने आई। गोरगी गांव के दीपचन्द्र गुप्ता का दो वर्षीय पुत्र रुद्रांश अपनी मां पूनम के साथ विवेकानंद नगर में नानी के यहां आया था। रुद्रांश शाम को घर के सामने नाला के किनारे ही पेशाब कर रहा था। तभी उसका पैर फिसला और वह नाला में समा गया। फिर उसका कहीं पता नहीं चला। मौके पर अमहिया पुलिस पहुंची। एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया। 18 घंटे की मशक्कत के बाद शव बरामद कर लिया गया है। सूत्रों की मानें तो घर में एक दिन पहले ही खुशियां आईं थी। रुद्रांश को बहन मिली थी। मां की रीवा में ही डिलिवरी हुई थी। बहन के साथ खेलने के पहले ही भाई नाला में बह गया। पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।