मप्र में देश के पहले क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज का सीएम ने किया लोकार्पण, इसकी खासियत कर देगी यहां जाने के लिए मजबूर

मप्र में देश का पहला क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज की शुरुआत की गई है। मप्र के मुख्यमंत्री ने इस टूरिज्म विलेज का बुधवार को लोकार्पण किया। इस टूरिज्म विलेज को पर्यटन के हिसाब से बसाने के लिए 7 करोड़ 45 लाख रुपए मप्र टूरिज्म बोर्ड ने खर्च किए हैं। प्राणपुर चंदेरी का इसी राशि से विकास किया गया है। यह पूरी तरह से पर्यटन के हिसाब से बसाया गया है।

मप्र में देश के पहले क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज का सीएम ने किया लोकार्पण, इसकी खासियत कर देगी यहां जाने के लिए मजबूर

प्राचीन नगरी चंदेरी के कण.कण में व्याप्त है भारत की संस्कृति . मुख्यमंत्री डॉ यादव
ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्राचीन नगरी चंदेरी के हर एक कोने और पत्थर कण कण में भारत की संस्कृति विद्यमान है। चंदेरी के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव अशोकनगर के चंदेरी में देश के पहले क्राफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉण् यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के अद्भुत व्यक्तित्व के कारण भारत की विश्व में एक विशिष्ट पहचान बनी है। भगवान श्रीराम की जय.जयकार हुई हैए लेकिन अभी भगवान श्रीकृष्ण की मटकी फूटनी बाकी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने महाकाल मंदिर के पास श्रीमहालोक का निर्माण कर उसे विश्व प्रसिद्ध बनाया है। उनकी प्रेरणा से प्रदेश सरकार सभी देव.स्थानों को भी विकसित करेगी।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि किसानों की पशुपालन के माध्यम से आय बढ़ानेए गरीब के इलाज की उच्च स्तरीय व्यवस्था और विकास के हर कार्य करने के हर संभव प्रयास किए जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉण् यादव ने चंदेरी में विद्यार्थियों की उच्च स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये सौगात देते हुए कहा कि नई सराय और शाढोरा में नए एक्सीलेंस कॉलेज खोले जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने चंदेरी, मुंगावली और अशोकनगर के 301 करोड़ रूपये से अधिक के 42 विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया। इनमें 228 करोड़ रूपये से अधिक के 8 विकास कार्यों का भूमि.पूजन और 72 करोड़ रूपये से अधिक के 34 विकास और जनहित के कार्यों का लोकार्पण शामिल हैं।
चंदेरी को प्रदेश में पर्यटन का प्रमुख केन्द्र बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी:  . केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया
केंद्रीय मंत्री नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्रालय ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उज्जैन से चंदेरी तक संस्कृत का गौरवशाली इतिहास रहा है। तानसेन की नगरी ग्वालियर है और बैजू बावरा की नगरी चंदेरी है। चंदेरी को मध्यप्रदेश में पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी।  केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने प्राणपुर ग्राम में शटल चौक पर श्क्रॉफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेजश् का भ्रमण किया। उन्होंने प्राणपुर ग्राम में परंपरागत रूप से हैंडलूम कार्य कर रहे परिवारों से चर्चा की। हैंडलूम की विशेषताओंए साड़ीए सूटए कपड़ों की जानकारी लेने के साथ परिवारों का पीढिय़ों से कला का संरक्षण करने के लिए बधाई देते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। संस्कृतिए पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेन्द्र भाव सिंह लोधी ने कहा कि चंदेरी का इतिहास शौर्य और गौरव का इतिहास है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉण् यादव का चंदेरी को विकास की सौगातें देने के लिए आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम स्थल पर भारत सरकार वर्ष मंत्रालय के बुनकर सेवा केंद्र इंदौर द्वारा प्रदेश के हैंडलूम उत्पादों पर प्रदर्शनी लगाई गई थी। प्रदर्शनी में प्रदेश की पारंपरिक चंदेरी साड़ीए महेश्वरी साड़ीए बुना हुआ सूती स्टॉलए सारंगपुर चादरए चकधारिया बैगा साड़ी सहित प्राकृतिक रंग से रंगे और हैंड ब्लॉक प्रिंटेड साडिय़ों को प्रदर्शित किया गया। अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड विवेक श्रोत्रिय ने प्राणपुर क्रॉफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज परियोजना पर प्रकाश डाला। गुना सांसद केपी यादव सहित अन्य जन.प्रतिनिधि और स्थानीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिये निरंतर प्रयासरत है। बुनकरों एवं शिल्पकारों की कला को संरक्षित करते हुए बाजार मुहैया कराना प्राथमिकता है। शिल्प.कलाएँ हमारी पारंपरिक कलाओं को जीवित रखती है। साथ ही ग्रामीण अर्थ.व्यवस्था में भी योगदान देती हैं।
बुनकरों और शिल्पकारों का ग्राम प्राणपुर
प्राणपुर गाँवए चन्देरी की तराई में लगभग 4 किण्मीण् दूरी पर सुरम्य स्थल है। इस गाँव की विशेषता यह है कि गाँव में अधिकांश परिवार ;243 घरों मेंद्ध बुनाई कला से जुड़ें हैं। इनके घर में चल रहे हथकरघे दो.तीन पिढीयों से आज भी उपयोग में लाये जा रहे है। गाँव में पचास से अधिक शिल्पकार बांसए लकडीए पत्थरए गहनें तथा मिट्टी के शिल्प से जुडे है। यह पर्यटकों के लिये विशेष आकर्षण का केन्द्र है।
गांव की सड़कों को पर्यटकों के लिए किया गया है तैयार
परियोजनांतर्गत गाँव के पुराने कच्चे पंहुच मार्ग की मरम्मत स्थानीय पत्थरों का उपयोग करके की गई है। गाँव के अन्दर पर्यटक अपने वाहनों से जाकर एक नियत स्थान पर उतरकर गाँव का भ्रमण करते है। यहाँ पर एक पार्किंग स्थल भी विकसित किया गया है। पर्यटकों के लिये विशेष रूप से एक कैफेटेरिया हेण्डलूम कैफे का निर्माण किया गया है। प्राणपुर में महिलाए पुरुष एवं दिव्यांगजनों के लिये जन.सुविधाओं के साथ पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है। पर्यटकों की सुविधाओं एवं मनोरंजन के लिये एक बगीचा विकसित किया गया हैए जिसमें एम्फीथियेटर निर्माण किया गया है। टूरिज्म विलेज में स्थानीय समुदाय के सांस्कृतिक दल समय.समय पर पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
7 करोड़ 45 लाख रुपए खर्च किया गया
मप्र टूरिज्म बोर्ड की पहल पर वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार एवं मण्प्रण् शासन ने 7 करोड़ 45 लाख रूपये की लागत से प्राणपुर.चन्देरी में क्रॉफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज का विकास किया है। इसका प्रमुख उद्देश्य स्थानीय बुनकरों एवं शिल्पकारों की कला को संरक्षित कर उत्पाद बिक्री के लिए बाजार मुहैया कराना है। क्रॉफ्ट हेण्डलूम टूरिज्म विलेज परियोजना में आकर्षक केंद्र विकसित कर पर्यटकों को स्थानीय शिल्प एवं बुनाई कलाओं से अवगत कराया जायेगा। मेलों.प्रदर्शनियों के माध्यम से भी बुनकरों को मार्केटिंग प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जा रहा है। ऑनलाइन बिक्री के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी। बुनकरों को कौशल विकासए मार्केटिंग का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।