रीवा डीपीसी का रौब, निजी गाड़ी में लगा रखी है नेम प्लेट और पूरे जिला में दौड़ा रहे, सरकारी गाड़ी खड़ी करा दी

नए डीपीसी ने सरकारी वाहन का उपयोग बंद कर दिया है। सीधी से वह निजी वाहन लेकर आए हैं। अब उसी वाहन से फर्राटे भर रहे हैं। पूरे शहर में निजी वाहन का ही उपयोग कर रहे हैं। सरकारी वाहनों का टोल नाकों पर टैक्स नहीं लगता। इसका भी निजी वाहन से ही फायदा उठा रहे हैं।

निजी वाहन के लिए पेट्रोल, डीजल कहां से आ रहा पता नहीं
रीवा। आपको बता दें कि जिला समन्वयक अधिकारी के पद पर नवीन पदस्थापना विनय मिश्रा के रूप में हुई। इनके आने से रीवा जिला में शैक्षणिक व्यवस्था पटरी पर आने की उम्मीद थी लेकिन इन्होंने भी अपनी अलग राह पकड़ ली है। सीधी में विनय मिश्रा बीआरसीसी के पद पर रहे। इनकी पदस्थापना रीवा में हुई। रीवा में ज्वाइनिंग के साथ ही निजी वाहन भी लेकर आ गए। निजी वाहन में नंबर प्लेट के साथ ही डीपीसी का भारी भरकम बोर्ड भी लगा लिए है। इनका वाहन कलेक्ट्रेट में ही खड़ा रहता है। डीपीसी के लिए पहले से ही जिला पंचायत से अनुबंधित वाहन भी है। इस वाहन को डीपीसी ने उपयोग करना बंद कर दिया है। इस वाहन की जगह निजी वाहन को दौड़ा रहे हैं। इस वाहन से ही जिलों के निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं। सूत्रों की मानें तो डीपीसी सरकारी अनुबंधित वाहन के उपयोग की जगह पर निजी वाहन से ही सारे काम कर रहे हैं। टोल नाकों पर सरकारी वाहनों का आना जाना भी फ्री रहता है। इसका भी फायदा डीपीसी निजी वाहन से ही उठा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो डीपीसी निजी वाहन को ही विभाग अटैच करने की कवायद में लगे हुए हैं।