अपने असली रंग में आए फूड इंस्पेक्टर, महीनों से शहर में नहीं दिखे सीधे गांव पहुंच गए, फिर किया ऐसा काम

ताबड़तोड़ कार्रवाई कर सुर्खियां बटोरने वाले खाद्य सुरक्षा अधिकारी की अब पोल खुलने लगी है। गढ़ में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने एक जनरल स्टोर में दबिश दी। घंटों दुकान का शटर गिराकर बैठे रहे फिर बिना कार्रवाई के चलते बने। दो अधिकारियों ने यहां पर दबिश दी थी। इनकी इस मिलीभगत से इनके पुराने कारनामें यहां भी चर्चा का विषय बन गए हैं।

अपने असली रंग में आए फूड इंस्पेक्टर, महीनों से शहर में नहीं दिखे सीधे गांव पहुंच गए, फिर किया ऐसा काम
File photo

किनारा दुकान में दी दबिश, शटर बंद कर घंटों घुसे रहे
फिर बिना कार्रवाई किए ही चलते बने
फूड इंस्पेक्टर के सागर पदस्थ रहते पड़ चुका है ईओडब्लू का छापा
REWA.ज्ञात हो कि रीवा में खाद्य सुरक्षा अधिकारी के रूप में अम्बरीश दुबे की पदस्थापना की गई थी। यहां आने के बाद इन्होंने शुरुआत में दुकानदारों पर ऐसा खौफ पैदा किया कि व्यापारियों ने इनके सामने घुटने टेक दिए थे। छोटे छोटे व्यापारियों की दुकानों पर दबिश देकर खूब सुर्खियां बटोरी थी। फिर दुकानें सेट होने के बाद कार्रवाई भी बंद कर दी गई। त्यौहार में भी एक कार्रवाई नहीं हुई। अब इन्होंने शहरी क्षेत्रों को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ रुख करना शुरू कर दिया है। गांव गांव पहुुंच कर दुकानों की जांच कर रहे हैं। मंगलवार को अम्बरीश दुबे और शाबिर अली गढ़ पहुंचे। इन्होंने  सुरेश कुमार गुप्ता दुकानदार जनरल स्टोर पर दबिश दी। दुकान का शटर गिरा कर घंटों अंदर जांच के नाम पर सौदेबाजी करते रहे। फिर बिना कोई कार्रवाई किए यहां से चलते बने। जिस दौरान इन दोनों ने दबिश दी। उस दौरान पूरे बाजार में हड़कंप मच गया था। आसपास के दुकानदारों में इस कदर दहशत दिखी कि पूरा बाजार की बंद सा हो गया था। दुकानदार शटर गिरा कर रफूचक्कर हो गए थे। बाद में इनकी मिली भगत को लेकर बाजार में जमकर चर्चाएं रहीं।
------------
सागर में पदस्थ रहे पड़ी थी अम्बरीश दुबे के कई ठिकानों पर रेड
रीवा में वर्तमान में पदस्थ अम्बरीश दुबे के सागर पदस्थ रहते ईओडब्लू की बड़ी कार्रवाई हुई थी। उन पर आय से अधिक सम्पत्ति का आरोप लगा था। ईओडब्लू ने सागर, जबलपुर और नरसिंहपुर में दबिश दी थी। करोड़ों रुपए के आलीशान मकान, गाडिय़ां और बहुत कुछ पाया था। इसी के बाद से इनके कारनामों की पोल खुली थी। प्ररकण अभी भी चल रहा है। अम्बरीश जहां भी पदस्थ रहे वह ताबड़तोड़ कार्रवाई के लिए ही बदनाम रहे। ताबड़तोड़ कार्रवाई कर ही वह बाजार में माहौल बनाते हैं। इसके बाद शांत हो जाते हैं। रीवा आने के बाद यहां भी वही ट्रेंड अपनाया था।
--------------
किसी भी बड़ी दुकान, होटल में नहीं दी दबिश
रीवा में पदस्थापना के बाद अम्बरीश दुबे ने सिर्फ छोटी छोटी दुकानों, होटलों और बेकरियों को ही निशाना बनाया। रीवा में कई बड़ी दुकानें, होटल और प्रतिष्ठान हैं। यहां तक वह गए ही नहीं। सिर्फ वह अपना डर बनाना चाहते थे। बड़े दुकानदार, प्रतिष्ठान संचालक उनके पास खुद खिंचे पहुंच गए। अब अम्बरीश को शाबिर अली का साथ मिला है। पहले शाबिर अली ही अकेले बाजार में राज करते थे। अब अम्बरीश ऊपर पहुंच गए हैं। जिला का प्रभारी भी बना दिया गया है।