स्कूल में एडमिशन की खुशी: लॉटरी खुली, नाम आया तो खिल उठा माता-पिता का चेहरा

पीके कन्या सीएम राइज स्कूल में शुक्रवार को एडमिशन के लिए लॉटरी निकाली गई। जैसे ही लॉटरी में बच्चे का नाम आया। सामने बैठे माता पिता के चेहरे पर चमक बिखर गई। मानों उन्होंने कितनी बड़ी जंग जीत ली हो। सभी अभिभावक का सपना है कि उनके बच्चे बेहतर स्कूल में पढ़े। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना सब के बस की बात नहीं। ऐसे में सीएम राइज पीके स्कूल नई उम्मीद बनकर सामने आया है। इसी स्कूल में एडमिशन के लिए शुक्रवार को लॉटरी निकाली गई। सिफारिश वालों को मुंहकी खानी पड़ी। जो हकदार थे, उन्हें प्रवेश दिया गया।

पहली, छठवीं और नौंवी की कक्षाओं में प्रवेश के लिए निकाली गई लॉटरी
प्राइवेट स्कूलों के छात्रों को भी मिला मौका
रीवा। पीके कन्या सीएम राइज स्कूल में सिफारिश नहीं चली। लॉटरी में जो फंसा उसे ही प्रवेश मिला। सुबह 11 बजे से लॉटरी निकाली गई। पहले 1 किमी फिर 2 किमी के दायरे में आने वाले छात्रों को प्रवेश दिया गया। इसमें सरकारी को पहले बाद में जो सीटें बची उसमें निजी विद्यालयों के छात्रों को प्रवेश दिया गया। लॉटरी में जिनके नाम सामने आए। उनकी लिस्ट चस्पा कर दी गई है ।
ज्ञात हो कि पीके कन्या सीएम राइज स्कूल में एडमिशन को लेकर मारा मारी मची थी। पहले एडमिशन फार्म लेने के लिए भीड़ उमड़ी। सुबह से ही स्कूल के बाहर लाइन लग रही थी। इसके बाद लॉटरी के दिन भी अभिभावकों की भीड़ लगी रही। सुबह 11 बजे लॉटरी से छात्रों के किस्मत का फैसला होना था। प्राचार्य वरुणेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह, प्रवेश प्रभारी मुन्नालाल पटेल, डीईओ प्रतिनिधि सहायक संचालक राजेश मिश्रा की मौजूदगी में लॉटरी निकाली गई। पहले नियमों का पढ़ कर अभिभावकों को प्रवेश की जानकारी दी गई। इसके बाद 1 किमी के दायरे में आने वाले सरकारी स्कूलों के छात्रों के फार्म निकाले गए। उनके नामों का चिट बनाकर बाक्स में रखा गया। निर्धारित सीट के लिए लॉटरी निकाली गई। स्कूल पहुंची बच्ची से ही बाक्स से नामों की चिट निकलवाई गई। जिनका नाम पहले आया, उनके प्रवेश पर मुहर लगाई गई। इसके बाद जो सीटें बची। उसमें दो किमी के दायरे में आने वाली स्कूलों के आवेदनों को प्राथमिकता दी गई। इसके बाद भी जो सीटें बची। उसमें प्राइवेट स्कूलों के छात्रों के आवेदन शामिल किए गए। हालांकि लॉटरी की प्रक्रिया पूर्व की ही तरह रही। पहली, छठवीं और 9वीं क्लास के लिए प्रवेश प्रक्रिया पूरी की गई।
पहली में 60 सीटों पर दिया गया प्रवेश
पीके कन्या सीएम राइज विद्यालय में बैठक व्यवस्था के हिसाब से सीटों का निर्धारण किया गया। वर्तमान समय में कक्षाएं कम बची है। पुराने भवन जमींदोज कर दिए गए। नई बिल्डिंग बन रही है। इसके कारण पहली में हिंदी मीडियम में 30 और अंगेजी मीडियम में 30 छात्राओं को प्रवेश के लिए लॉटरी से नाम निकाले गए। कुल 60 छात्राओं को प्रवेश दिया गया।
स्कू्रटनी के बाद शुरू हुई लॉटरी प्रक्रिया
पीके कन्या सीएम राइज स्कूल में करीब 925 आवेदन पहुंचे थे। इसमें पहले 1 किमी के दायरे में आने वाली सरकारी स्कूलों के आवेदनों को शामिल किया गया। इसके बाद दो किमी की दूरी वाले आवेदनों को शामिल किया गया। इसके बाद जो सीटें शेष रही। उनमें प्राइवेट स्कूलों को शामिल किय ागया। 6वीं और 9वीं में रिक्त सीटों पर प्रवेश दिया गया। इतना ही नहीं लॉटरी के बाद पात्र अभ्यर्थियों के नामों की सूची भी जारी कर दी गई। वेटिंग लिस्ट भी डाली गई है। यदि लॉटरी में शामिल छात्राओं ने प्रवेश नहीं लिया तो वेटिंग लिस्ट वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।
नहीं चली किसी की सिफारिश
लॉटरी के दौरान अधिकारियों के पास एडमिशन की सिफारिश के लिए भी फोन पहुंचते रहे लेकिन सब कुछ पारदर्शी होने के कारण किसी का जुगाड़ नहीं जम पाया। इसके कारण सिर्फ उन्हें ही प्रवेश का मौका मिला जो पात्र थे। सिफारिश से एडमिशन लेने वालों का सारा जुगाड़ फेल हो गया।