रीवा के संजय गांधी अस्पताल को मिले 321 करोड़, इससे बनेगा ओपीडी का नया भवन, मेटरनिटी ब्लाक और बहुत कुछ....
लंबे समय का इंतजार खत्म हो गया। मंत्रि परिषद की बैठक में संजय गांधी अस्पताल में नए निर्माण कार्यों के लिए 321.94 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए गए हैं। इस बजट से अस्पताल परिसर में नया ओपीडी भवन, मेटरनिटी ब्लाक, नर्सिंग कॉलेज और हास्टल का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा मल्टी लेवल पार्किंग, 171 आवास, अत्याधुनिक किचन, डोरमेट्री, न्यूकिलयर मेडिसिन ब्लाक, और कैंसर यूनिट का बंकर बनाया जाएगा।

संजय गांधी अस्पताल में कई नए कार्यों का निर्माण कार्य होना था, बजट स्वीकृति में अटका था मामला
अब जाकर मुख्यमंत्री ने स्वीकृति प्रदान की, बदल जाएगी जीएमएच की सीरत और सूरत
रीवा। ज्ञात हो कि इंदौर में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मंत्रिपरिषद के निर्णयों की प्रशंसा करते हुए कहा है कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने एवं चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव के नेतृत्व में आज मंत्रिपरिषद द्वारा कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई है। इन निर्णयों से न केवल चिकित्सा अधोसंरचना को मजबूती मिलेगी, बल्कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्राप्त होंगी।
एसजीएमएच में यह सारे कार्य होंगे
मंत्रिपरिषद ने श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा से संबद्ध संजय गांधी चिकित्सालय के व्यापक उन्नयन के लिए 321.94 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। इस योजना में नवीन ओ.पी.डी. भवन, मेटरनिटी ब्लॉक, नर्सिंग कॉलेज एवं हॉस्टल, मल्टी लेवल पार्किंग, 171 आवास, अत्याधुनिक किचन, डोरमेट्री, न्यूक्लियर मेडिसिन ब्लॉक तथा कैंसर इकाई हेतु बंकर जैसे महत्वपूर्ण निर्माण कार्य शामिल हैं। इससे विंध्य क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी एवं रीवा मेडिकल कॉलेज की कार्यक्षमता कई गुना बढ़ेगी। गंभीर रोगों के उपचार के लिए सुविधाएं बेहतर होंगी।
5 मंजिला बनेगा ओपीडी भवन
गांधी स्मृति चिकित्सालय का भवन काफी पुराना है। यह अब जर्जर हालत में पहुंच चुका है। इसे डिस्मेंटल कर आधे हिस्से मेंं नई ओपीडी बिल्डिंग बनाई जाएगी। यह बिल्डिंग ग्राउंड फ्लोर के अलावा 5 मंजिला ऊपर बनाई जाएगी। इसी में ओपीडी शिफ्ट किया जाएगा। इस ओपीडी के निर्माण में करीब 40 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यह बिल्डिंग पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। भोपाल के अधिकारियों भी निरीक्षण कर चुके हैं। जगह का चयन किया जा चुका है।
गायनी और शिशु रोग के लिए भी बननी है अलग बिल्डिंग
वर्तमान में जिस जीएमएच की बिल्डिंग में गायनी और शिशु रोग विभाग संचालित किया जा रहा है। उसे यहां हटाया जाना है। इसके लिए अलग से भवन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए जगह भी तय कर लिया गया है। जीएमएच के पीछे खाली पड़ी जगह पर ही इसका निर्माण किया जाएगा। जिस जगह पर पुराना पीडब्लूडी कार्यालय था। उसके एक हिस्से में जी प्लस टू भवन बनाया जाएगा। इसी में दोनों विभाग को शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए भोपाल से कई मर्तबा अधिकारी रीवा पहुंच कर निरीक्षण कर चुके हैं। जगह का चयन भी किया जा चुका है। सिर्फ बजट का रोड़ा था। वह भी दूर हो गया है। बजट स्वीकृति के बाद अब टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नया ओपीडी भवन के साथ ही एमरजेंसी मेडिसिन विभाग भी तैयार किया जाना है।