सीनियर छात्रों ने जूनियर से की रैगिंग, 4 छात्र को डीन ने किया निलंबित

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की। पीडि़त छात्रों ने रैगिंग की लिखित शिकायत डीन से की। डीन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चार छात्रों को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच बैठा दी गई है।

सीनियर छात्रों ने जूनियर से की रैगिंग, 4 छात्र को डीन ने किया निलंबित
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यूजी छात्रों ने की डीन से लिखित में शिकायत
डीन ने माइक्रोबायलॉजी, पीएसएम और बायोकैमेस्ट्री विभाग के चार छात्रों पर की कार्रवाई

रीवा। ज्ञात हो कि श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में पढऩे वाले एमबीबीएस छात्रों के साथ आए दिन सीनियर छात्रों द्वारा रैगिंग की घटनाएं सामने आती रहती है। कुछ समय पहले भी पीटीएस हास्टल में रैगिंग की घटना हुई थी। तब भी कई छात्रों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी। लंबे समय बाद फिर से रैङ्क्षगग जैसी घटना हुई थी। मेडिकल कॉलेज परिसर में बने यूजी हास्टल में पीजी के छात्र आधी रात को घुस गए थे। जिन्होंने छात्रों के साथ रैङ्क्षगग की थी। रैङ्क्षगग में जूनियर छात्रों के साथ मारपीट भी की गई। इसकी सूचना हास्टल प्रभारी तक पहुंची। रात को ही प्रभारी हास्टल पहुंच गए थे। जिन्होंने छात्रों को सीनियर छात्रों के चंगुल से छुड़ाया था। उन्हें सुरक्षित बचा कर निकाल ले आए थे। इस घटना के बाद जूनियर छात्रों ने लिखित शिकायत डीन से की। डीन ने इस मामले को गंभीरता से लिया। चार छात्रों साहित, पवन, संदीप और विशाल को चेम्बर में तलब कर कड़ी फटकार लगाई और उन्हें निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा इन मामले में जांच के भी आदेश दे दिए हैं। जांच कमेटी गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वर्ष 2021 और 2023 बैच के छात्र है पीडि़त
मिली जानकारी के अनुसार एमबीबीएस करने वाले वर्ष 2021 और 2023 के छात्र रैगिंग का शिकार हुए हैं। आधी रात को इन छात्रों के हास्टल में माइक्रोबायलॉजी, बायोकैमेस्ट्री और पीएसएम के पीजी छात्र पहुंचे थे। इन पीजी के छात्रों ने एमबीबीएस के छात्रों के साथ मारपीट की थी। रैगिंग जैसे जघन्य वारदात को अंजाम दिया था। रैङ्क्षगग में जूनियर छात्रों के साथ गंभीर वारदात को अंजाम दिया था। रैङ्क्षगग लेने पहुंचे पीजी के छात्रों की हरकतों से तंग आकर जूनियर छात्रों ने आधी रात को ही हंगामा कर दिया था। इसकी जानकारी हास्टल प्रभारी तक पहुंची थी। हास्टल प्रभारी भी रात में ही मौके पर पहुंच गए थे।
इसके पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
रैगिंग का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी पीटीएस में संचालित ब्वॉयज हास्टल में रैङ्क्षगग का गंभीर मामला सामने आया था। यहां वर्ष 2021 बैच के एमबीबीएस छात्र की लंबे समय से रैङ्क्षगग की जा रही थी। छात्र को वर्ष 2020 और 2018 के सीनियर छात्र मिलकर प्रताडि़त कर रहे थे। छात्र ने रैङ्क्षगग से परेशान होकर सीनियरों के खिलाफ बगावत कर दी थी। इसकी शिकायत चुपचाप एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में दर्ज कराई थी । एंटी रैगिंग हेल्पलाइन से शिकायत पर जांच कर रिपोर्ट डीन से मांगी गई। डीन ने मामले में एक कमेटी बनाकर रिपोर्ट तलब की। हास्टल वार्डन को जांच सौंपी गई थी। तब हास्टल वार्डन रहे डॉ आदेश पाटीदार ने जांच की थी। रिपोर्ट सौंपने के बाद प्रबंधन ने 5 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया था। सभी छात्रों को हास्टल से तीन महीने के लिए बर्खास्त कर दिया गया था। पहले रैगिंग के मामले में एबीबीएस के फाइनल ईयर के छात्र पराग, वर्ष 2020 बैच के छात्र आदर्श, अभिषेक और देव सिंह व एक अन्य पर आरोप लगाए गए थे। छात्र में इनकी संलिप्तता पाई गई है। यही वजह है कि इन्हें हास्टल से बाहर कर दिया गया है। 
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वर्ष 2021 और 2023 के छात्रों ने लिखित रैगिंग की शिकायत की है। शिकायत के आधार पर ही चार छात्रों को निलंबित किया गया है। निलंबित छात्र माइक्रोबायलॉजी, बायोकैमेस्ट्री और पीएसएम के पीजी छात्र हैं। मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
डॉ सुनील अग्रवाल, डीन
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज, रीवा