आज आयुक्त चिकित्सा शिक्षा आएंगे, मेडिकल कॉलेज में इस चीज का करेंगे औचक निरीक्षण, गिर सकती है कइयों पर गाज

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज और संजय गांधी अस्पताल में हड़कंप मचा है। बुधवार को भोपाल से आयुक्त चिकित्सा शिक्षा पहुंचने वाले हैं। कॉलेज और अस्पताल का औचक निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के दौरान उनके गुस्से का भी डॉक्टर और कर्मचारियों को सामना करना पड़ सकता है। कईयों पर गाज गिरना भी संभव माना जा रहा है।

आज आयुक्त चिकित्सा शिक्षा आएंगे, मेडिकल कॉलेज में इस चीज का करेंगे औचक निरीक्षण, गिर सकती है कइयों पर गाज
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बुधवार को रीवा में निरीक्षण के बाद सिंगरौली भी जाएंगे
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण कुमार पिथोड़े बुधवार को रीवा पहुंच रहे हैं। वह श्याम शाह मेडिकल कॉलेज और संजय गांधी अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। उनके औचक निरीक्षण को लेकर पूरा प्रबंधन की सकते में है। किसी को यह नहंी पता है कि आयुक्त चिकित्सा शिक्षा किस चीज का निरीक्षण करेंगे। संभावनाओं के आधार पर सभी व्यवस्थाओं को चाकचौबंद कराई जा रही है। सूत्रों की मानें तो आयुक्त चिकित्सा शिक्षा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर सकते हैं। अस्पताल में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं। इनका भी निरीक्षण कर सकते हैं। इसके अलावा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का भी निरीक्षण करने की संभावना जताई जा रही है। आयुक्त के औचक निरीक्षण को लेकर अधिकारी, कर्मचारी डरे हुए हैं।
सिंगरौली मेडिकल कॉलेज का भी करेंगे निरीक्षण
रीवा मेडिकल कॉलेज, अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद आयुक्त चिकित्सा शिक्षा सिंगरौली भी जाएंगे। सिंगरौली में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा हुई है। इसी सत्र से वहां प्रवेश होना था। इसमें बाधाएं आ गई हैं। दरअसल मेडिकल कॉलेज की मान्यता को लेकर सिंगरौली एनएमसी को जानकारी भेजी गई थी। प्रोफार्मा भेजा गया था। इसमें मशीनरी से लेकर स्टाफ और बिल्डिंग की जानकारी मांगी गई थी। इसमें गड़बड़ी कर दी गई थी। बिना इक्यूपमेंट खरीदे ही सब ओके कर दिया गया। अभी कॉलेज बिल्डिंग तैयार नहंी है फिर भी दो से तीन माह में पूरा भवन तैयार करने की बात कह दी गई। अब इसी में मामला फंस गया है। दरअसल नर्सिंग कॉलेज की मान्यता को लेकर प्रदेश सरकार की जमकर किरकिरी हुई है। नर्सिंग कॉलेज बिना बिल्डिंग के ही संचालित हो रहे थे। अब इसी के बाद एनएमसी ने फूंकफूंक कर कदम आगे बढ़ाना श्ुारू कर दिया है। यही वजह है कि एनएमसी से मान्यता मिलने में बाधा खड़ी हो गई है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के लिए अस्पताल बनाने के लिए अभी तक प्रशासन जमीन का अधिग्रहण  नहीं कर पाया है। जिस जगह को चिन्हित किया गया था। वहां पर अतिक्रमण है। जमीन को लेकर प्रकरण चल रहा है। इसका भी आयुक्त चिकित्सा शिक्षा निरीक्षण करेंगे। डीएमई एक दिन पहले ही रीवा पहुंच चुके हैं।